दुनियाभर में बाल श्रम एक श्राॅप
June 12, 2021 / Thetimesofcapital
( Thetimesofcapital )आज विश्व बाल श्रम निषेध दिवस है। यूनिसेफ और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार कहा गया है, दुनिया भर में बाल श्रम की संख्या बढ़कर 160 मिलियन लगभग हो गई है – पिछले चार वर्षों में 8.4 मिलियन बच्चों की वृद्धि हुई है। covid-19 महामारी का असर बाल श्रम पर देखने को मिलेगा ।
और गरीबी से बाल श्रम पनपता है अगर बात करें बाल श्रम की तो हमें गरीबी को मिटाना पडेगा उसके लिये अच्छी व बेहतर शिक्षा पददती को अपनाना होगा। शिक्षा वहीं जो आगे चलकर रोजगार प्रदान करें वह नहीं की जीससे बेरोजगारी श्रम गरीबी उत्पन्न हो। अतः बाल को मिटाने के लिये हमे आगे आकर इसे मिटाना में सहयोग देना होगा।
बाल श्रम एक तरह का श्राॅप है।
बच्चो की मुस्कान से बढ कर दुनिया में अधिक मूल्यवान कुछ भी नहीं है
बाल श्रम पर कैलाश सत्यार्थी जी भी कार्य करते रहते है।
बाल श्रम शोषण है,ओर बच्चे हमारा भविष्य उन्हें पढ़ने दें बच्चे के हाथ कार्य करने के लिए नहीं हैं यह तो एक सामाजिक अपराध है जबकि शिक्षा जन्मसिद्ध अधिकार है। बाल श्रम समाप्त होना चाहिये बच्चों में ज्ञान की गंगा बहाना चाहिये।
Average Rating