Ratlam Sudkhori, सूदखोरों पर शिकंजा पढे यह है उपाय
Ratlam Sudkhori, सूदखोरों पर शिकंजा पढे यह है उपाय
Ratlam/ 5 March 2023/ सूदखोरों पर शिकंजा पढे यह है उपाय
सूदखोर एक ऐसा मिठा जहर कहा जा सकता है जिसके चक्कर में एक बार इंसान आता है तो उसके मकडजान से इंसान का बचपाना बमूश्किल हो जाता है।
ऐसा ही मामला रेलवे में पदस्थ कर्मचारी का है जिसने सूदखोरी की शुरूआत कि ओर आज इस मूकाम पर पहूच चूका है कि सूदखोर ने सेवानिवृति राशि ही हडप ली।
Ratlam Sudkhori, सूदखोरों पर शिकंजा पढे यह है उपाय
सूदखोर इतने भयानक तरीके से सूदखोरी करते है कि चक्रवृती ब्याज का चक्रवृती ब्याज लगाने है। इन पर अंकुश कैसे लगे? सूदखोरी किस तरह से बंद हो यह मुल मूददा है। सूदखोरी बंद किये जाने के लिये सबसे कारगर उपाय यह हो सकता है कि क्यो ना सूदखोर की सम्पतियों को प्रशासन ले लेवे, प्रशासन बुलडोजर चला कर सम्पति को नष्ट कर देवे, सूदखोर की सम्पति को विक्रय किया जाकर प्रताडित को सम्पति में से मुआवजा के तौर पर दिया जावे। जिससे सूदखोरी नष्ट ही हो जावे। सूदखोर की सम्पति को कुर्क करके प्रताडित को लौटाया जाना भी सुनिश्चित किया जावे तो सूदखोर सूदखोरी करना भूूल जावेंगे।
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यह थे मामले
रतलाम के रेल नगर राहुल कलोसिया का है जिन्होने मकान बनाने के लिए अपने नाम से लोन करवा कर राशि दी
इसी प्रकार मदनलाल बौरासी ने बताया 2010 में बेटे के विवाह में ढाई लाख रूपये लिए थें। इस पर ब्याजखोर ने 5 चेक और एटीएम कार्ड ले लिया था। मुल राशि व ब्याज का भुगतान किये जाने के बावजूद पैसा बकाया होना बताया जाकर एटीएम चेक नहीं लोैटाया। इससे भी आगे ब्याजखोर नही माना और सेवानिवृत्त होने पर 15 लाख रूपए की राशि भी ब्याजखोर ने बेटे के नाम पर डलवा ली।
इन सब बातो को देखते हुवे तो कानूनी कार्यवाही होना अतिआवश्यक है कई बार सूदखोर निकल जाते है कार्यवाही नही होती।
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