रतलाम की मुख्य खबर: श्री सौभाग्य तीर्थ में जैन भागवती दीक्षा महोत्सव संपन्न

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Thetimesofcapital/04/04/2022/ रतलाम श्री सौभाग्य तीर्थ में जैन भागवती दीक्षा महोत्सव संपन्न

Ratlam main news: रतलाम की मुख्य खबर: Jain Bhagwati Diksha festival concluded at Shri Saubhagya Teerth
शांतिलाल गांधी बने अभिनंदनमुनि और ज्योति चौहान बनी महासती जिज्ञासाश्री
रतलाम 06 अप्रैल। सागोद रोड स्थित श्री सौभाग्य तीर्थ परिसर में श्रमण संघीय प्रवर्तक पंडित रत्न पूज्य श्री प्रकाश मुनिजी मसा निर्भय के मुखारविंद से जैन भागवती दीक्षा महोत्सव संपन्न हो गया।

रतलाम की मुख्य खबर: इसमें मुमुक्षु शांतिलाल गांधी एवं कु ज्योति चौहान ने दीक्षा ग्रहण की। उन्हें दीक्षा पश्चात श्री अभिनंदनमुनिजी एवं महासती श्री जिज्ञासाश्रीजी का नाम दिया गया। दीक्षा विधि पूर्ण होते ही पूरा परिसर हर्ष-हर्ष, जय-जय के जयकारों गूंज उठा।

 श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल ट्रस्ट, श्री सौभाग्य तीर्थ ट्रस्ट, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल,श्री सौभाग्य प्रकाश युवक मंडल, श्री सौभाग्य जैन महिला मंडल, श्री सौभाग्य अणु बहु मंडल एवं श्री सौभाग्य प्रकाश बालिका मंडल के तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में अंतिम दिन सुबह जैन दिवाकर स्मारक से दीक्षार्थियों की महाभिनिष्क्रमण यात्रा निकाली गई।

रतलाम की मुख्य खबर: मुमुक्षु शांतिलाल गांधी एवं कु ज्योति चौहान ने दीक्षा ग्रहण की

रतलाम की मुख्य खबर: इसके बाद दीक्षार्थीगण श्री सौभाग्य तीर्थ में प्रवर्तकश्री से आज्ञा प्राप्त कर केशलोच एवं वस्त्र परिवर्तन पश्चात दीक्षा स्थल पहुंचे। प्रवर्तकश्री ने रतलाम ट्रस्ट , श्री सौभाग्य अणु प्रकाश दीक्षा महोत्सव समिति एवं दीक्षार्थीगण के परिवारजनों से आज्ञा लेकर दीक्षा विधि पूर्ण की। इसके बाद प्रवर्तकश्री, अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी, श्री जितंद्रमुनिजी, महासती श्री रमणीककुंवरजी दमू, रमणीककुंवरजी रंजन व श्री धर्मलताश्री जी मसा ने महामांगलिक श्रवण कराई।

रतलाम की मुख्य खबर: मुमुक्षुगण को रजोहरण भंटकर पाट पर बिठाने पर महासती मंडल ने गीत गाकर स्वागत किया। प्रवर्तकश्री ने इसके बाद नवदीक्षित संत एवं महासती का नया नामकरण किया।  बडी दीक्षा 13 अप्रैल को खाचरौद में
प्रवर्तकश्री ने बताया कि नवदीक्षितों की बडी दीक्षा 13 अप्रैल को खाचरौद में संपन्न होगी।

रतलाम की मुख्य खबर: मुमुक्षु कु ज्योति चौहान ने दीक्षा ग्रहण की

वे 7 अप्रैल को सुबह श्री सौभाग्य तीर्थ से विहार अस्सी फीट रोड पर आजाद मेहता के यहां जाएंगे। इसके बाद शाम को विहार कर स्टेशन रोड पहुंचेगे। 8 अप्रैल को सुबह स्टेशन रोड प्रवास कर शाम को वहां से डोसीगांव की तरफ विहार होगा।

इसके बाद मलवासा, बांगरोद होते हुए खाचरौद की और विहार करेंगे। दीक्षा महोत्सव के आरम्भ में  श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मूणत ने स्वागत किया |  संचालन दीक्षा समिति के संयोजक रखब चत्तर एवं सौरभ मूणत ने किया।

रतलाम की मुख्य खबर: आभार संयोजक संदीप चौरडिया ने माना। इस दौरान रतलाम सहित मध्य प्रदेश ,राजस्थान ,गुजरात ,महाराष्ट्र,मालवा,डूंगर एवं निमाड़ सहित देश के विभिन्न स्थानों से आए गुरूभक्त उपस्थित रहे। महोत्सव का समापन स्वामी वात्सल्य के बाद हुआ। 
प्रवर्तकश्री द्वारा की गई चातुर्मास घोषणा
दीक्षा महोत्सव में श्रमणसंघीय प्रवर्तकश्री प्रकाशमुनिजी मसा ने अपने और संत एवं महासती मंडल के आगामी चातुर्मास की घोषणाएं की। उन्होंने बताया कि वे इंदौर के महावीर भवन में चातुर्मास करेंगे।

रतलाम की मुख्य खबर दीक्षा प्रदान करते महाराज सा.

इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में महासती श्री रमणीककुंवरजी रंजन, डॉ ललित प्रभाजी, मुद्रुलाश्रीजी, दक्षिण आदर्शजी, महेंद्रमुनिजी का चातुर्मास होगा।

#रतलाम की #मुख्य #खबर: इसी प्रकार उपप्रवर्तक श्री प्रमोदमुनिजी लासूर, अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी अमृतसर, प्रेममुनिजी जी नासिक के विल्लोरी तथा महासती श्री रमणीककुंवर जी दमू सवाई माधोपुर,चंदनबालाजी सीतामउ, सुमनप्रभाजी पूना, धर्मलताजी प्रतापगढ, सौरभसुधाजी मंुबई, चेतनाश्रीजी शुजालपुर, सूर्यप्रभाजी का चातुर्मास उज्जैन में होगा। 
संयम में सुख, संसार में दुख-प्रवर्तकश्री
दीक्षा महोत्सव के प्रवर्तकश्री प्रकाशमुनिजी ने कहा कि संयम का मतलब स्वयं की और यात्रा है

संयम में सुख है और संसार में दुख है। व्यक्ति दुनिया में बाहर की कई यात्राएं करता है, लेकिन अपने अंदर की यात्रा नहीं करता।

#रतलाम की #मुख्य #खबर: श्रमण संघीय प्रवर्तक पंडित रत्न पूज्य श्री प्रकाश मुनिजी मसा निर्भय के मुखारविंद से जैन भागवती दीक्षा महोत्सव संपन्न

अंदर की यात्रा का बीडा जो उठाता है, वह महान कहलाता है। पांच इंद्रियों का सुख आग में ईधन डालने का कार्य करता है, इसीलिए परमात्मा ने कहा इंद्रियों में सुख नहीं, केवल संयम में है।

उन्होंने कहा कि संयम खुशी का जीवन है और खुशी जिसे चाहिए, उसे संयम रखना ही पडता है। घर और दुकान में संयम के बिना खुशी नहीं मिल सकती है।

संसार में संयम के बिना किसी का उद्धार नहीं हुआ है। 

अभिग्रहधारी, उग्र विहारी श्री राजेशमुनिजी ने कहा कि दीक्षा लिए बिना मोक्ष नहीं मिलता। मोक्ष प्राप्ति के प्रयास सबकों करना चाहिए।

रतलाम की मुख्य खबर: महासती चेतनाश्रीजी, वंदनाश्रीजी, नूतनप्रभाजी, मुमुक्षु शांतिलाल गांधी, ज्योति चौहान अंकिता बहन एवं दीक्षा बहन ने स्तवन एवं विचार प्रस्तुत किए। संचालन सौरभ मूणत द्वारा किया गया।

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