Thetimesofcapital/01/05/2022/new Delhi/ Parshuram Jayanti: परशुराम जयंती अक्षय तृतीया ईद 2022, संतान प्राप्ति के लिए विशेष अक्षय तृतीया
Parshuram Jayanti: भारत देश में इस बार ईद से एक दिन पहले अक्षय तृतीया परशुराम जयंती मनाई जाएगी।
हम आपको बता रहे हैं शुभ मुहूर्त और पूजा विधि और समय
अक्षय तृतीया परशुराम जयंती के एक दिन बाद ईद का त्यौहार मनाया जावेगा। जीसको लेकर तैयारीया कि जा रही है।
भगवान परशुराम का जन्म वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था।
हिन्दू धर्मअनुसार अक्षय तृतीया का महत्व अत्यंत पुण्यदाई माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन से शादी ब्याह के मुहूर्त भी बहूत अधिक होते है।
देश के अलग अलग भागों क्षेत्रों में भगवान परशुराम जयंती खासतौर पर मनाई जाती है ।
तिथि 3 मई दिन मंगलवार को सुबह के 05 बजकर 18 मिनिट से चालू होकर ये तिथि अगले दिन 4मई बुधवार को सुबह के 7 बजकर 32 मिनट पर समाप्त जानी जावेगी। एवं 3 मई को परशुराम जयंती मनाई जाएगी इसी रोज अक्षय तृतीया भी है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन किया गया पुण्य कभी खाली नही जाता है या समाप्त नही होता है।
परशुराम जयंती अक्षय तृतीया ईद 2022
ऐसी मान्यता है कि इस दिन सुबह दैनिक कार्य से निवृत होकर स्नान ध्यान करने के पश्चात भगवान की पुजा अर्चना विधि विधान से करनी चाहिये इस दिन की गई पूजा अवश्य ही शुभफल की प्राप्ति कराती है। इसके साथ इस को संतान प्राप्ति के लिये भी विशेष माना जाता है।
ईद की तैयारीया भी चल रही है 2 या 3 मई को चॉद दिखने पर भारत देश में अलग अलग हिस्सों में ईद मनाई जावेगी।
वह क्षेत्र जहाँ एक दिन के बाद ईद मनाई जाती है। रतलाम जिले के जावरा में ईद के एक दिन बाद ईद मनाने का रिवाज है।
Average Rating