NE-4 Advantages of Industrial Manufacturing Parallel to NE-4
NE-4 Advantages of Industrial Manufacturing Parallel to National Express Way-4
एनइ 4 के समानान्तर बनने वाले औघोगिक निर्माण के फायदे
रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में एक्सप्रेस वे के समानांतर बनने वाले औद्योगिक निवेश क्षेत्र इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण के फायदे बताने तथा भ्रांतियां दूर करने के लिए कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी रतलाम ग्रामीण के 4 गांवो में पहुंचे। गांव चौपाल में ग्रामीणों को वास्तविकता से अवगत कराया। भ्रांतियों से दूर रहने की अपील की, किसी के भी बरगलाने में नहीं आने की अपील की। इस दौरान एसडीएम श्री संजीव पांडे, सीएसपी श्री हेमंत चौहान, औद्योगिक विकास निगम के प्रबंधक श्री शैलेंद्र जैन भी उपस्थित रहे।
NE-4 Advantages of Industrial Manufacturing Parallel to National Express Way-4
ग्राम पलसोड़ी में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री केशुराम निनामा भी उपस्थित थे। इस दौरान कलेक्टर तथा एसपी पलसोडी के अलावा सरवनीखुर्द, बिबडोद तथा गुलरीपाड़ा पहुंचकर आदिवासी ग्रामीणों से रूबरू हुए, उन्हें निवेश क्षेत्र के लाभ समझाए। बताया कि किसी की भी निजी भूमि निवेश क्षेत्र में नहीं ली गई है। चारागाह भी सुरक्षित है, जल स्त्रोतों से भी कोई छेड़छाड़ नहीं होगी। औद्योगिक क्षेत्र के लिए मात्र कनेरी डैम से ही पानी लिया जाएगा। क्षेत्रवासियों को रोजगार मिलेगा, क्षेत्र में संपन्नता आएगी।
कलेक्टर ने ग्रामीणों को बताया कि औद्योगिक निवेश क्षेत्र के लिए ली जा रही समस्त 1466 हेक्टेयर भूमि शासकीय है, इसमें किसी की भी निजी भूमि नहीं ली जा रही है। जिस भूमि पर उद्योग लगेगा वहां पर उद्योगपतियों द्वारा सघन वृक्षारोपण किया जाएगा। आपके पशुओं के लिए चारागाह भी सुरक्षित रहेंगे। ग्राम जामथुन में 35 हेक्टेयर, रामपुरिया में 95 हेक्टेयर, बिबड़ोद में 2.260 हेक्टेयर, सरवनीखुर्द में 26 हेक्टेयर भूमि चारागाह के लिए आरक्षित रखी जाएगी जिसका प्रावधान कर दिया गया है। इस प्रकार सभी ग्रामों में पशुओं के लिए चारागाह की कोई कमी नहीं रहेगी। किसी भी व्यक्ति के आवास में भी कोई समस्या नहीं होगी, निवेश क्षेत्र में किसी का मकान नहीं है।
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पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी ने भी आदिवासी ग्रामीणों को समझाईश दी तथा विकास की धारा का लाभ उठाने का आग्रह किया। एसडीएम श्री संजीव पांडे तथा आईडीसी के श्री शैलेंद्र जैन ने भी तथ्यों से अवगत कराया।
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