महाराष्ट्र के बुलढाणा में शुक्रवार को लोहे की रॉड ले जा रहे एक ट्रक के पलट जाने से कम से कम 13 मजदूरों की मौत हो गई। कुछ मजदूरों को भी चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें जालना जिले के एक सरकारी अस्पताल में ले जाया गया
thetimesofcapital.com/20 August2021/महाराष्ट्र के बुलढाणा में आज हुए सड़क हादसे में 13 श्रमिकों की मृत्यु हो गई जिसमें खरगोन जिले के 7 और धार जिले के 6 मजदूर शामिल थे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराष्ट्र में हुए सड़क हादसे में मध्यप्रदेश के श्रमिकों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है श्री चौहान ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि वह दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा उनके परिजनों को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर महाराष्ट्र में हुए सड़क हादसे में श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है और दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना की है
सड़क हादसा महाराष्ट्र में बुलढाणा में हुआ है बताया जा रहा है कि सड़क हादसे में 13 श्रमिकों की मृत्यु हो गई है जो कि मध्य प्रदेश के खरगोन और धार जिले के रहने वाले थे.
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का गुस्सा भी अफसरों पर फूट पड़ा सीपीआई को तत्काल प्रभाव से भंग करने का निर्देश भी दे डाला .मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश की बदहाल सड़कों को लेकर भड़क गए और सीपीआई को भंग करने का निर्देश दे डाला.
महाराष्ट्र के बुलढाणा में शुक्रवार को लोहे की रॉड ले जा रहे एक ट्रक के पलट जाने से कम से कम 13 मजदूरों की मौत हो गई। कुछ मजदूरों को भी चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें जालना जिले के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
अधिकारियों के अनुसार, ट्रक चालक विपरीत दिशा से आ रही एक कार के साथ दुर्घटना से बचने की कोशिश कर रहा था।
घटना दोपहर करीब 12 बजे सिंधखेड़ाजा-मेहकर रोड पर ताडेगांव फाटा में दुसरबीद गांव के पास उस समय हुई जब मजदूरों को नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेसवे परियोजना पर काम के लिए ले जाया जा रहा था.
अधिकारियों ने कहा कि राजमार्ग परियोजना के लिए स्टील का परिवहन करने वाले वाहन में कुल 16 मजदूर सवार थे।
सूचना मिलते ही किंगगांव राजा थाने के कर्मी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कर दिया. घायलों में से कुछ को जालना जिले के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जबकि अन्य को सिंधखेड़ाजा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इनमें से ज्यादातर मजदूर बिहार और उत्तर प्रदेश के थे।
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